शिवपुरी जिले का कोलारस यूं तो कई खासियतों के लिए जाना जाता है, लेकिन यहां के कद्दू के हलवे की मिठास कुछ अलग ही है। कोलारस बस स्टैंड के पास स्थित विनोद रजाले जी की मिठाई की दुकान वर्षों से इस शहर की पहचान बनी हुई है। यह दुकान एक साधारण मिठाई की दुकान से कहीं ज्यादा है, क्योंकि यहां आने वाले लोग सिर्फ मिठाई नहीं, बल्कि एक खास अनुभव लेकर जाते हैं।
कोलारस के कद्दू के हलवे की खासियत
कोलारस के इस हलवे में जो बात सबसे खास है, वह है इसका स्वाद। कद्दू के इस खास हलवे को बनाने का तरीका और स्वाद ऐसा है कि जिसने एक बार इसे चखा, वह इसका दीवाना हो जाता है। हलवा में कद्दू के अलावा देसी घी, मेवे और पारंपरिक मसाले डाले जाते हैं, जो इसे और भी स्वादिष्ट बनाते हैं। यह मिठाई सिर्फ कोलारस ही नहीं, बल्कि आस-पास के क्षेत्रों में भी काफी प्रसिद्ध है।
सिंधिया परिवार की पसंद
हाल ही में, जब केंद्रीय मंत्री ने अपनी यात्रा के दौरान इस प्रसिद्ध हलवे का आनंद लिया, तो यह खबर और भी रोचक हो गई। यह सिर्फ उनके लिए ही नहीं, बल्कि उनके परिवार के लिए भी एक खास मिठाई है। कुछ महीने पहले, उनकी धर्मपत्नी श्रीमती प्रियदर्शनी राजे सिंधिया ने भी इस दुकान पर आकर इस हलवे का स्वाद लिया था। वह इस मिठाई से इतनी प्रभावित हुईं कि अपने लिए और भी मिठाई लेकर गईं। अब जब केंद्रीय मंत्री ने भी यहाँ रुक कर मिठाई का आनंद लिया और अपने परिवार के लिए भी मिठाई साथ ले गए, तो इससे साफ हो गया कि यह मिठाई उनके दिल के बहुत करीब है।
कोलारस की पहचान बनती दुकान
विनोद रजाले जी की यह दुकान कोलारस के बस स्टैंड के पास स्थित है, और यहां हर दिन मिठाई के शौकीन लोगों की भीड़ लगी रहती है। दुकान की मिठाइयाँ जितनी स्वादिष्ट हैं, उतनी ही प्रसिद्ध भी। वर्षों से यह दुकान लोगों की मिठास और खुशियों का केंद्र रही है। स्थानीय लोगों का मानना है कि कोलारस में आकर अगर आपने यहां का कद्दू का हलवा नहीं खाया, तो आपकी यात्रा अधूरी है।
यह हलवा न सिर्फ मिठाई के रूप में प्रसिद्ध है, बल्कि यह एक सांस्कृतिक अनुभव भी है जो कोलारस की मिट्टी से जुड़ा हुआ है। सिंधिया परिवार जैसी हस्तियों द्वारा इसे पसंद किया जाना, इस मिठाई की लोकप्रियता को और बढ़ाता है। चाहे आप कोलारस के रहने वाले हों या बाहर से आए हों, इस मिठाई का स्वाद आपकी जुबां पर बरसों तक रहेगा।
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