महंत श्यामदास महाराज के गौशाला विवाद पर उग्र आंदोलन की चेतावनी

 



बीते दिन तहसीलदार बैराड़ द्वारा अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान गोल पहाड़िया स्थित महंत श्री श्यामदास महाराज जी द्वारा गौचर भूमि पर कराई गई बाउंड्रीवाल को बिना पूर्व सूचना के गिरा दिया गया। इस घटना से आहत होकर महंत जी ने खुद को कमरे में बंद कर लिया और अन्न-जल त्याग कर आमरण अनशन पर बैठ गए।

महंत जी के इस कदम के बाद विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के सदस्यों ने समाज के सहयोग से महंत जी को सांत्वना दी। इसके बाद तहसीलदार और थाना प्रभारी की उपस्थिति में उन्हें आश्वासन दिया गया कि गौशाला के निर्माण की वैधानिक प्रक्रिया की जानकारी दी जाएगी और इस संबंध में प्रशासन द्वारा आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।

महंत श्यामदास महाराज जी और उनके समर्थक तहसीलदार से गौशाला के लिए भूमि आरक्षित करने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि यदि प्रशासन ने जल्द से जल्द इस ओर कोई ठोस कदम नहीं उठाया, तो समाज, साधु-संतों और संगठन के सहयोग से उग्र आंदोलन किया जाएगा। महंत जी ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि वे भूख हड़ताल जारी रखेंगे।

यदि इस मांग को अनदेखा किया गया, तो संगठन और संत समाज द्वारा बड़ा आंदोलन किया जा सकता है, जिससे स्थानीय शांति और व्यवस्था पर असर पड़ने की संभावना है।

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