विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस: भारत रक्षा मंच का आयोजन
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सोहागपुर (रामप्रसाद वार्ड): भारत रक्षा मंच द्वारा कमलेश मालवीय प्रजापति के नेतृत्व में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस का आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में भाजपा नेता विशाल गोलानी मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे और उन्होंने विभाजन की दर्दनाक घटनाओं पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला।
विशाल गोलानी ने बताया कि भारत की स्वतंत्रता का मार्ग कितना कठिन और बलिदानों से भरा हुआ था। विभाजन के बाद लाखों निर्दोष भारतीयों की जानें गईं, परिवारों को तोड़ दिया गया और अनेकों महिलाओं की अस्मिता को लूटा गया। उन्होंने कहा कि आजादी की खुशी मनाते हुए जब भारतीय एक नई सुबह की उम्मीद कर रहे थे, तब विभाजन ने उन्हें दुख और विनाश के गर्त में धकेल दिया। विभाजन के दौरान ट्रेनों में लाशों का ढेर, दुराचार और बर्बरता ने भारतीय समाज को गहरे जख्म दिए।
गोलानी ने बांग्लादेश में हो रहे हिंदुओं पर अत्याचारों की भी निंदा की और इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए संगठित रहने का आह्वान किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2021 में किए गए आह्वान को याद दिलाते हुए बताया कि विभाजन विभीषिका को स्मृति दिवस के रूप में मनाना एक आवश्यक पहल है ताकि आने वाली पीढ़ियां इस दर्दनाक इतिहास से सबक लें।
कार्यक्रम में सेवानिवृत्त फौजी राजेश रघुवंशी, पुरुषोत्तम रघुवंशी, किशन मेहरा, संजय दुबे और अशोक मेहरा सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे, जिन्होंने भी अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम का समापन भारत माता की जय के साथ हुआ और आयोजक कमलेश मालवीय प्रजापति ने सभी का आभार व्यक्त किया।
उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में नितिन पटेल, रानू मालवीय, शिवकुमार पटेल, राजीव कनोजिया, रघुनंदन पुरविया, भारत मेहर, जितेंद्र पटेल, और मयंक चौबे प्रमुख थे। सभी ने इस आयोजन को सफल बनाने में सहयोग दिया और विभाजन विभीषिका की स्मृति को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया।
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