मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 - जानिए अशोकनगर जिले की समस्त 3 विधानसभा क्षेत्रों की स्थिति

 

अशोकनगर जिले में तीन विधानसभा सीटें अशोकनगर, चँदेरी तथा मुंगावली हैं। वर्ष 2018 विधानसभा चुनाव में इन तीनों ही विधानसभा सीटों पर काँग्रेस नें कब्जा जमाया था परंतु वर्ष 2020 के विधानसभा उपचुनाव में काँग्रेस की दो विधानसभा सीटों अशोकनगर व मुंगावली में पराजय नें इस क्षेत्र में सिंधिया परिवार के प्रभाव को स्पष्ट रूप से प्रमाणित किया। आइए जानते है इस जिले की तीनों विधानसभा सीटों की स्थिति –

अशोकनगर

वर्ष 2020 के विधानसभा उप चुनाव में इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी जाजपाल सिंह जज़्जी नें काँग्रेस प्रत्याशी आशा दोहरे को 14630 मतों के अंतर से पराजित किया था तथा बीएसपी प्रत्याशी स्ट्रोम्बलिन टी आर भण्डारी तीसरे स्थान पर रहे। इस चुनाव में बीजेपी को 78479(52.52%), काँग्रेस को 63849(42.73%) व बीएसपी को 3373(2.26%) मत प्राप्त हुए।

वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर कॉंग्रेस प्रत्याशी जाजपाल सिंग जज़्जी नें बीजेपी के लड्डू राम कोरी को 9730 मतों के अंतर से पराजित किया था तथा बीएसपी के बालकृष्ण तीसरे स्थान पर रहे। इस चुनाव में काँग्रेस को 65750(47.48%), बीजेपी को 56020(40.46%) व बीएसपी को 9559(6.90%) मत प्राप्त हुए।

वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर बीजेपी प्रत्याशी गोपीलाल जाटव नें काँग्रेस के जाजपाल सिंह जज़्जी को 3348 मतों के अंतर से पराजित किया था तथा बीएसपी के बाबूलाल दिलावर तीसरे स्थान पर रहे। इस चुनाव में बीजेपी को 55976(43.82%), काँग्रेस को 52628(41.20%) व बीएसपी को 14677(11.49%) मत प्राप्त हुए।

वर्ष 2008 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर बीजेपी के लड्डूराम कोरी नें काँग्रेस के गोपाल कौल को 21019 मतों के अंतर से पराजित किया था तथा बीएसपी के रमेश कुमार इटोरिया तीसरे स्थान पर रहे। इस चुनाव में बीजेपी नें 41977(48.25%), काँग्रेस को 20958(24.09%) व बीएसपी को 17712(20.36%) मत प्राप्त हुए।

वर्ष 2023 विधानसभा चुनाव की संभावित स्थिति-

बीजेपी से वर्तमान विधायक जाजपाल सिंह जज़्जी, पूर्व विधायक लड्डूराम कोरी, शीला जाटव, सतेन्द्र कलावत, मुकेश कलावत तथा काँग्रेस से हरीबाबू राय, आशा दोहरे, त्रिलोक अहिरवार, अमन चौधरी, डॉ. सजल परिहार के नाम चर्चा में हैं।

जातिगत समीकरण –

इस सीट के बारें में कहा जा सकता है कि स्थानीय जनता यहाँ विधायक जातिगत समीकरणों के स्थान पर पार्टी व प्रत्याशी की छवि को देखकर चुनती है। इस बात को प्रमाणित करते अनेक उदाहरण जैसे वर्तमान विधायक जाजपाल जज़्जी से लेकर मुल्तानमल सुराना, महेंद्र सिंह कालूखेड़ा, चिमन लाल सड़ाना के रूप में देखे गए हैं। वैसे इस विधानसभा में रघुवंशी, यादव व वैश्य मतदाता प्रभावी संख्या में हैं।

मुंगावली

वर्ष 2020 के विधानसभा उपचुनाव में इस सीट पर बीजेपी प्रत्याशी बृजेन्द्र सिंह यादव नें काँग्रेस के हेमंत सिंह को 21469 मतों के अंतर से पराजित किया था तथा बीएसपी के डॉ. वीरेंद्र शर्मा तीसरे स्थान पर रहे। इस चुनाव में बीजेपी को 83153(55.20%), काँग्रेस को 61684(40.95%) व बीएसपी को 2474(1.64% मत प्राप्त हुए।

वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर काँग्रेस के बृजेन्द्र सिंह यादव नें भाजपा के डॉ. केपी यादव (वर्तमान सांसद गुना शिवपुरी) को 2136 मतों के अंतर से पराजित किया था तथा बीएसपी के कमलेश दाँगी तीसरे, आम आदमी पार्टी के देवेन्द्र लोधी चौथे व सपाक्स के मलकीत सिंह संधु पाँचवे स्थान पर रहे। इस चुनाव में काँग्रेस को 55346(39.99%), बीजेपी को 53210(38.44%), बीएसपी को 14202(10.26%), आप को 3999(2.89%) व सपाक्स को 3459(2.50%) मत प्राप्त हुए।

इसके अलावा इसी वर्ष फरवरी में हुए विधानसभा उपचुनाव में काँग्रेस के बृजेन्द्र सिंह यादव नें भाजपा प्रत्याशी राव देशराज सिंह यादव को 2113 मतों के अंतर से पराजित किया था। इस चुनाव में कॉंग्रेस को 70808 व बीजेपी को 68685 मत प्राप्त हुए थे।

वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर काँग्रेस के महेंद्र सिंह कालुखेड़ा नें बीजेपी के राव देशराज सिंह यादव को 20765 मतों के अंतर से पराजित किया था तथा बीएसपी के बलवीर तीसरे स्थान पर रहे। इस चुनाव में काँग्रेस को 70675(50.74%), बीजेपी को 49910(35.83%) व बीएसपी को 12081(8.67%) मत प्राप्त हुए।

वर्ष 2008 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर बीजेपी प्रत्याशी राव देशराज सिंह यादव नें काँग्रेस के अरविन्द सिंह अब्बी को 21045 मतों के अंतर से पराजित किया तथा बीएसपी के राजाराम नागेश्री तीसरे, भाजश के देशराज सिंह कटारिया चौथे स्थान पर रहे। इस चुनाव में बीजेपी को 45991(45.43%), काँग्रेस को 24946(24.64%), बीएसपी को 13754(13.59%) व भाजश को 12141(11.99%) मत प्राप्त हुए।

वर्ष 2023 विधानसभा चुनाव की संभावित स्थिति –

इस विधानसभा सीट से बीजेपी की ओर से बृजेन्द्र सिंह यादव, राव अजय यादव, डॉ. जयमंडल सिंह यादव के नामों के साथ वर्तमान गुना शिवपुरी लोकसभा सांसद डॉ. केपी यादव के भी इस विधानसभा से चुनाव लड़ने की चर्चाएं है। वहीं काँग्रेस से राव यादवेन्द्र यादव, अजय पाल यादव (सांसद केपी यादव के अनुज भ्राता), मोहन सिंह यादव, प्रधयुमं सिंह दाँगी के नामों की चर्चा है।

जातिगत समीकरण –

यह सीट यादव बाहुल्य है। इस विधानसभा क्षेत्र में लगभग 50 हजार एससी-एसटी, लगभग 45 हजार यादव, लगभग 20 हजार लोधी, लगभग 12 हजार कुशवाह, लगभग 15 हजार दाँगी, लगभग 8 हजार गुर्जर, लगभग 10 हजार मुस्लिम और लगभग 8 हजार ब्राह्मण मतदाताओं के अलावा अन्य समाजों के 1 से 5 हजार के मध्य मतदाता हैं, जो इस चुनाव के परिणामों को प्रभावित कर सकते हैं।

चँदेरी

वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर काँग्रेस के गोपाल सिंह चौहान नें भाजपा के भूपेन्द्र द्विवेदी को 4175 मतों के अंतर से पराजित किया था तथा बीएसपी के राजकुमार सिंह यादव तीसरे स्थान पर रहे। इस चुनाव मे काँग्रेस को 45106(34.33%), बीजेपी को 40931(31.15%) व बीएसपी को 34302(26.11%) मत प्राप्त हुए।

वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर काँग्रेस के गोपाल सिंह चौहान नें बीजेपी के राजकुमार सिंह यादव को 30318 मतों के अंतर से पराजित किया तथा बीएसपी के शिवम सिंह रघुवंशी तीसरे स्थान पर रहे। इस चुनाव में काँग्रेस को 73484(58.17%), बीजेपी को 43166(34.17%) व बीएसपी को 4472(3.54%) मत प्राप्त हुए।

वर्ष 2008 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर बीजेपी के राजकुमार सिंह नें काँग्रेस के गोपाल सिंह चौहान को 4548 मतों के अंतर से पराजित किया तथा बीएसपी के नारायण प्रसाद शर्मा तीसरे व भाजश के राजेन्द्र सिंह रघुवंशी चौथे स्थान पर रहे। इस चुनाव में बीजेपी को 33130(35.46%), काँग्रेस को 28582(30.59%), बीएसपी को 14477(15.49%) व भाजश को 9382(10.04%) मत प्राप्त हुए।

वर्ष 2023 विधानसभा चुनाव की संभावित स्थिति –

काँग्रेस की ओर से गोपाल सिंह चौहान (डग्गी राजा) तथा बीजेपी से भूपेन्द्र द्विवेदी, जगन्नाथ रघुवंशी, सिरनाम सिंह यादव, राजकुमार यादव, धर्मेन्द्र रघुवंशी, उमेश रघुवंशी के नाम चर्चा में हैं।

जातिगत समीकरण –

लगभग 28 हजार अनुसूचित जनजाति, लगभग 25 हजार अनुसूचित जाति, लगभग 20 हजार यादव, लगभग 20 हजार लोधी, लगभग 18 हजार रघुवंशी, लगभग 17 हजार ब्राह्मण, लगभग 18 हजार मुस्लिम, लगभग 11 हजार कुशवाह, लगभग 8 हजार गुर्जर, लगभग 7 हजार रैकवार, लगभग 5 हजार जैन सहित अन्य समाज के 1 से 5 हजार मतदाता हैं।

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