आतंकी हमले और मरणासन्न अर्थव्यवस्था में डूबे पाकिस्तानी हुक्मरानों को इसके अलावा कोई उपाय नहीं सूझता कि वे गाहे बगाहे अपनी सभी असफलताओं का ठीकरा भारत के सर पर फोड़ें | केवल भारत विरोध ही उन्हें जनता का ध्यान बांटने का उपाय सूझता है | इस कड़ी में सबसे मजेदार आरोप लगाया है पाकिस्तान के पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन मंत्री मुशाहिदुल्लाह खान ने | खान ने गर्मी के कहर से कराची में मरे 700 लोगों की मौत का जिम्मेदार भारत को ठहराया है | उनका कहना है कि पाकिस्तान में गर्मी इसलिए बढ़ रही है, क्योंकि भारत ने राजस्थान में बिजली संयंत्र लगाए हैं |
यह तो केवल बानगी है, पाकिस्तान समय समय पर किस प्रकार के हास्यास्पद आरोप लगता रहता है, कुछ उसके नमूने भी देखिये -
1) भाषा युद्ध: पाकिस्तान में एक लोकप्रिय समाचार टॉक शो है, जिसका नाम है हस्ब-ए-हाल | इसके मेजबान जुनैद सलीम ने पिछले दिनों इस शो में आरोप लगाया कि भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ पाकिस्तान में एक गुप्त मिशन चला रही है, जिसके द्वारा वह पाकिस्तानी भाषा और संस्कृति को नष्ट कर रही है |
इन महाशय का कहना है कि “पाकिस्तानी केबल ऑपरेटरों के माध्यम से हिन्दी सास-बहू सीरियल प्रसारित करवाए जा रहे हैं, जो इतने लोकप्रिय होते जा रहे हैं कि उसके प्रभाव में आकर पाकिस्तान की भावी पीढी उर्दू बोलना ही भूल जायेगी | आम बोलचाल में हिन्दी शब्दों का प्रयोग इतना बढ़ रहा है कि डर है कि कहीं भारतीय संस्कृति हम पर हाबी न हो जाये । हम पाकिस्तानी सरकार से मांग करते हैं कि इस तरह के शो का प्रसारण तत्काल रोका जाए |”
2) स्क्रीन युद्ध: एक्सप्रेस न्यूज के एक पत्रकार इससे भी एक कदम आगे चले गये । उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने “हॉलीवुड प्रोडक्शन हाउस” में भारतीय अभिनेताओं की संख्या बढाने के लिए करोड़ों डॉलर खर्च किये हैं, ताकि अंग्रेजी फिल्मों में भी भारत का सांस्कृतिक वर्चस्व बढे ।
3) जल आतंकवाद – इसके पूर्व 26/11 के मास्टरमाइंड हाफिज सईद ने भी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और पाकिस्तान के अन्य भागों को प्रभावित करने वाली बाढ़ के लिए भारत को दोषी ठहराया था । उसने आरोप लगाया था कि "पाकिस्तान को सूचित किए बिना नदियों में पानी छोड़ा गया था |"
4) पेशावर हमला: पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने तो पेशावर स्कूल हमले के बाद दावा किया था कि उस पर हमले के लिए जिम्मेदार आतंकी संगठन भारत द्वारा पोषित है। मुसर्रफ का कहना था कि "क्या आप जानते हैं कि अफगानिस्तान में स्थित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान का कमांडर मौलाना फजलुल्लाह पूर्ववर्ती करजई सरकार और रॉ द्वारा समर्थित है" ।
5) रॉ पाकिस्तान को ख़तम करने के लिए बनाई गई संस्था है: पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ का मानना है कि भारतीय गुप्तचर एजेंसी “रॉ” का निर्माण केवल पाकिस्तान को नेस्तनाबूत करने के लिए ही हुआ है । उन्होंने पाकिस्तानी न्यूज़ चेनल “जियो न्यूज” को दिए एक इंटरव्यू में आरोप लगाया कि बलूचिस्तान प्रांत में अलगाववादी नेताओं को भारतीय सहयोग हासिल है ।
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