आतंकी संगठन आईएसआईएस दिनों दिन खौफनाक रूप धारण करता जा रहा है। पिछ़ले दिनों आईएसआईएस ने कई लोगों को जिंदा जला देने वाली घटना को अंजाम दिया था। ।हाल ही में आइएस के द्वारा जो तस्वीरें जारी की हैं, वे साबित करती हैं कि आईएस के आतंकी इंसान नहीं हैवान हैं। आईएस ने दो मासूम बच्चों की तस्वीरें जारी की। इसमें से पहली फोटो में एक दुधमुंहा बच्चा सुसाइड बॉम्बर की ड्रेस में नजर आ रहा है। बच्चे के सीने पर ग्रेनेड रखा हुआ है,जबकि दूसरी तस्वीर में 12 साल का एक बच्चा हाथ में मशीनगन लिए हुए दिख रहा है।
आतंकी संगठन आईएस ने इन बच्चों को 'नई पीढ़ी का शेर' बताया। दरअसल, आतंकी संगठन महिलाओं को 'पवित्र जंग' के नाम पर उनके बच्चों की ऐसी फोटोज खिंचवाने के लिए प्रेरित कर रहा है।। बता दें कि बीते कुछ वक्त में आईएसआईएस ज्वाइन करने वाले नए लड़ाकों की संख्या में कमी हुई है। ऐसे में रक्का में भुखमरी के शिकार परिवारों की मजबूरी का फायदा उठाते हुए आईएस उनके बच्चों को 200-200 पाउंड (करीब 20 हजार रुपए) में खरीद रहा है। इन बच्चों को 45 दिन की ट्रेनिंग देने के बाद उन्हें जंग के मैदान में उतार दिया जाता है। ट्रेनिंग कैंप में हथियारों के अलावा लड़ने की ट्रेनिंग दी जाती है। ट्रेनिंग लेने वाले कई बच्चे तो स्कूल जाने की उम्र के हैं। एक अनुमान के मुताबिक, हर महीने करीब 300 बच्चे रक्का स्थित आतंकियों के 'बिन लादेन कैंप' में ट्रेनिंग के लिए पहुंच रहे हैं।
इतना ही नहीं, बच्चों को इराक और सीरिया में इस्लाम विरोधी लोगों द्वारा कथित तौर पर की गई हिंसा और विनाश की कहानियां भी सुनाई जा रही हैं।
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