क्या सच में कांग्रेस के रिश्ते हैं आतंकियों से ?
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13 सितम्बर 2008 को दिल्ली में सीरियल ब्लास्ट हुए | 19 सितम्बर 2008 को पुलिस के ख़ुफ़िया तंत्र ने सूचना दी कि इस सीरियल ब्लास्ट के आरोपी आतंकवादी बटला हाउस में छुपे हुए हैं | पुलिस जांबाज इन्स्पेक्टर मोहन चन्द्र शर्मा के नेतृत्व में उस घर को घेर लेती है | अपनी 21 वर्ष की नौकरी में इन्स्पेक्टर मोहन चन्द्र शर्मा 200 से ज्यादा आतंकियों को गिरफ्तार कर चुके थे, 60 को ढेर कर चुके थे | लेकिन यह एनकाउन्टर उनके जीवन का अंतिम पड़ाव साबित हुआ | वे आतंकियों की गोली का शिकार बन गए | दो आतंकी आतिफ व साजिद भी मारे गए, जबकि कुछ आतंकी फरार होने में सफल हुए |
लेकिन उससे भी अधिक दुर्भाग्यपूर्ण यह रहा कि कांग्रेस के स्वनामधन्य क्षत्रप दिग्विजय सिंह जी ने इस एनकाउन्टर को ही फर्जी करार दे दिया और इन्स्पेक्टर शर्मा की शहादत पर प्रश्नवाचक चिन्ह लगा दिया | वे तथा कांग्रेस के अन्य नेता मुठभेड़ में मारे गए आतंकी के साथ खड़े दिखाई दिए | एक नेता ने तो यहाँ तक बयान दिया कि आतिफ व साजिद की मौत पर कांग्रेस अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी फुटफुट कर रो पडीं | राहुल गांधी तो स्वयं मारे गए आतंकियों के घर भी गए, व उनसे सहानुभूति प्रदर्शित की |
2008 की उक्त घटना आज एक बार फिर सुर्ख़ियों में आ गई है |भारतीय जनता पार्टी के नेता श्री विनय कटियार ने शुक्रवार को अयोध्या में एक बड़ा बयान दिया है। भाजपा नेता विनय कटियार ने कहा है कि उक्त एनकाउन्टर में फरार हुआ आरोपी सज्जाद पेरिस में हुए आतंकी हमले में भी शामिल था, तथा वहां हुई पुलिस कार्यवाही में मारा गया | श्री कटियार ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के आतंकवादियों से तालुक्कात हैं। कटियार ने कहा कि दिल्ली के बटाला हाउस कांड का आरोपी सज्जाद आजमगढ़ के एक गांव का रहने वाला था। इस घटना के बाद खुद दिग्विजय सिंह व राहुल गांधी सज्जाद के घर पहुंचे थे तथा सज्जाद को क्लिचिट दिलाने का आश्वासन भी दिलाया था।अभी पेरिस में जो आतंकी हमला हुआ था उसमें लड़ते हुए सज्जाद मारा गया। तब मालूम चला कि सज्जाद आईएसआई से जुड़ा हुआ था। इस बारे में समाचार पत्रों में भी निकला था।
कटियार ने आरोप लगाया कि दिल्ली बाटला हाउस कांड का आरोपी आजमगढ़ संजयपुर का रहने वाला सज्जाद की मौत आईएसआईएस के गढ़ में हुई है। बाटला हाउस कांड के इस आतंकी आरोपी के घर आजमगढ़ में दिग्विजय सिंह, राहुल गांधी जाते थे। उसे बाटला हाउस कांड के आरोप से मुक्त कराने की मांग करते थे। अंत में सज्जाद आतंकी निकला। आतंकियों के घर जाकर उनके निर्दोष होने के बयान देने वाले नेताओं ने देश की जनता और शहीदों का अपमान किया है। उन्हें देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए।
आईएसआईएस के लिए लड़ाई लड़ते हुए सीरिया में मारे गए आतंकी के घर जाने वाले दिग्विजय सिंह बताए कि सज्जाद से उनके क्या रिश्ते थे। सोनिया और राहुल सहित कांग्रेस के इन नेताओं ने देश को शर्मसार किया है। इनकी वजह से देश में आतंकवादी विचारधारा को बढ़ावा मिला है और देश में कई आतंकी घटनाए हुई है।
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